Biography of Lata Mangeshkar in hindi

शिक्षक दिवस पर निबंध और शिक्षक दिवस का महत्व जाने ।

शिक्षक दिवस की सम्पूर्ण जानकारियों सहित निबंध । (Happy teachers day)

हमारे जीवन में शिक्षक की अहम भूमिका होती है अगर हमारे जीवन में शिक्षक ही ना हो तो हमारा जीवन बिल्कुल व्यर्थ है क्योंकि शिक्षक के द्वारा ही हमें वह हर एक चीज सिखाई जाती है जिससे कि हमें अच्छा जीवन मिल सकें। एक शिक्षक ही है जो बिना किसी स्वार्थ के अपने छात्रों को मेहनत और लगन से शिक्षा देते हैं और कभी भी खुद उनसे आगे निकलने की कोशिश नहीं करते हमेशा ही उन्हें आगे बढ़ता देखने की कामना करते हैं जब बच्चे का जन्म होता है तो बच्चे के जन्म के साथ ही शिक्षक की भी अहम भूमिका होती है।

जब तक बच्चा स्कूल में जाना शुरु नहीं कर देता तो तब तक तो बच्चे के शिक्षक माता-पिता ही होते हैं मगर जब बच्चा स्कूल में जाना शुरू कर देता हैं तो उस समय स्कूल के शिक्षक ही बच्चों के लिए अहम होते हैं क्योंकि शुरुआत में बच्चों को हर एक तरह की शिक्षा शिक्षकों के माध्यम से ही दी जाती हैं।

शिक्षक हमारे लिए इतना कुछ करते हैं लेकिन हम अपने शिक्षकों को कभी धन्यवाद भी नहीं करतें, अगर हम बड़े होकर एक कामयाब इंसान बन रहे हैं तो उसके पीछे सिर्फ हमारे शिक्षक का ही योगदान है अगर बचपन में शिक्षक के माध्यम से हमें शिक्षा प्राप्त होती है तो फिर हम कामयाब इंसान भी नहीं बन पाते। इसीलिए हमें अपने शिक्षकों को सम्मान देना चाहिए और उन्हें धन्यवाद करना चाहिए क्योंकि हम शिक्षकों की वजह से ही इस समाज में खड़े होने के लायक हुए हैं।

हमारे देश में शिक्षकों को सम्मान देने के लिए हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है और इस शिक्षक दिवस (Teacher day) पर छात्रों के द्वारा अपने शिक्षकों को सम्मानित किया जाता हैं। इतना ही नहीं पूरे देश के द्वारा शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है क्योंकि शिक्षक ही इस देश का आधार है। हमारे जीवन में शिक्षक की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है इसीलिए हमें अपने शिक्षकों का हमेशा ही सम्मान करना चाहिए।

हमारे देश में शिक्षक दिवस डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में मनाया जाता हैं। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन हमारे देश के सबसे पहले उपराष्ट्रपति बने थे और इसके पश्चात यह हमारे देश के दूसरे राष्ट्रपति बने थे मगर उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति बनने से पहले यह एक शिक्षक थे और यह हमेशा ही सभी लोगों को शिक्षकों का सम्मान करने की राय भी देते थे क्योंकि शिक्षक सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति है जिसके कारण हम अपने जीवन में कामयाब हो पाते हैं।

 हमारे देश में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को इसलिए मनाया जाता हैं, क्योंकि 5 सितंबर को हमारे देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जन्मदिन होता है और दूसरा कारण यह है कि जब डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन 1962 में राष्ट्रपति बने थे तो  उसके पश्चात 5 सितंबर को अपने जन्मदिन के दिन वह बच्चों से मिले थे और बच्चों ने उनके जन्मदिन को मनाने की जीद्द की थी ।

लेकिन उस समय उन्होंने अपना जन्मदिन नाम बनाने की बजाय बच्चों से यह कहा कि इस दिन वह अपने शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए हमेशा ही 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाए, इसीलिए उनके जन्मदिवस पर हमारे देश के सभी शिक्षकों को सम्मान देने के लिए शिक्षक दिवस मनाया जाता है और शिक्षक दिवस पर हर एक स्कूल-कॉलेज तथा विश्वविद्यालय में तरह तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं ।

और इन कार्यक्रमों में शिक्षकों को अलग-अलग तरीकों से सम्मानित किया जाता है जैसे कि शिक्षकों को अवार्ड दिए जाते हैं या फिर छोटे बच्चे अपने शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए उन्हें ग्रीटिंग कार्ड भी देते हैं और शिक्षक दिवस पर स्कूल , कॉलेज तथा विश्वविद्यालयों में शिक्षक दिवस के उपलक्ष में शिक्षकों से केक भी कटवाया जाता है ताकि इस दिन को काफी ज्यादा यादगार बनाया जा सके और हमेशा ही शिक्षकों का सम्मान होता रहें।

शिक्षक दिवस को एक त्यौहार की तरह ही मनाया जाता है जिस प्रकार त्योहार पर सब खुश होते हैं और एक दूसरे के साथ अपनी खुशियां बांटते हैं। ठीक इसी प्रकार शिक्षक दिवस पर भी विद्यार्थी सुबह-सुबह अपने स्कूल-कॉलेज में पहुंच कर शिक्षकों से आशीर्वाद लेते हैं और उन्हें सम्मानित करने के लिए किसी ना किसी कार्यक्रम का आयोजन करते हैं ताकि शिक्षकों को शिक्षक दिवस पर काफी अच्छा महसूस हो और वह आगे भी अपने छात्रों को ठीक इसी प्रकार पढ़ाते रहें।

जो कोई भी हमारी इस पोस्ट के माध्यम से शिक्षक दिवस पर निबंध को पड़ रहा है तो उससे हमारी यह दरख्वास्त है कि वह अपने शिक्षक को सम्मान देने के लिए कुछ ना कुछ अवश्य करें ताकि शिक्षक को यह महसूस हो कि वह काफी अच्छा काम कर रहे हैं। यदि पढ़ने वाले छात्रों के द्वारा शिक्षकों को शिक्षा दिवस पर प्रोत्साहित किया जाता हैं ।

तो इस प्रकार वह आगे भी बच्चों को काफी अच्छी तरह पढ़ाते हैं और यह बात तो हम सभी को माननी होगी कि माता-पिता के पश्चात एक शिक्षक ही हैं जो हमारे जीवन में सबसे ज्यादा जरूरी होते हैं और इन्हीं के माध्यम से हमें आगे यह सब जानने में मदद मिलती है कि हमें इस समाज में किस्सा रहना है और क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए।

इतना ही नहीं शिक्षकों के द्वारा ही हमें इस चीज की शिक्षा दी जाती है कि कौन सी चीज हमारे लिए अच्छी है और कौन सी चीज है हमारे लिए बुरी इसलिए अपने शिक्षकों को सम्मान देना नाम भूले।

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *