Biography of Lata Mangeshkar in hindi

इंटरपोल क्या है ? इंटरपोल के बारे में पूरी जानकारी।

जानिए इंटरपोल के बारे में सम्पूर्ण जानकारी विस्तार से।

अक्सर आप टीवी , अख़बार या फिर किसी को बात करते हुए इंटरपोल का नाम देख एवं पढ़ या सुन लेते होंगे लेकिन इसके बारे में आपको थोड़ी – बहुत जानकारी होगी या फिर वो भी नहीं , तो आज आपको इंटरपोल किसे कहते हैं इसकी पूरी जानकारी मिलेगी यानि इसकी उत्पत्ति से लेकर अब-तक की जो भी जानकारी है वो सब, आप सब कुछ अच्छे से पूरा पढ़ने पर जान जायेंगे। तो सबसे पहले हम जानेंगे की Interpol full form तथा Interpol का अर्थ क्या है ?

इंटरपोल का पूरा नाम तथा हिंदी अर्थ क्या है ?

तो इस इंटरपोल का फुल फॉर्म The International Criminal Police Orgnaization है। और इसका हिंदी अर्थ “अंतर्राष्ट्रीय पुलिस संगठन” होता है। अब हम ये जानेंगे की आखिर में इंटरपोल की जरुरत क्यों पड़ी और क्यूं बनाई गई ?

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इंटरपोल की जरुरत क्यूँ पड़ा एवं क्यूँ बना तथा इंटरपोल क्या होता है ?

अगर कोई व्यक्ति जिस देश का निवासी है उसी देश में क्राइम करके किसी अन्य देश में चला जाता है तो उसे उस व्यक्ति के देश की पुलिस नहीं पकड़ सकती उस  देश में जाकर जिस देश में क्रिमिनल भगा है ।

तो क्रिमिनल लोग इस चीज का फायदा उठाने लगे, क्राइम कर-करके विदेश चले जाते थे और आराम से बच जाते थे, ऐसा ही लगभग सभी देशों में होने लगा।

तब इस पर विचार किया गया ,, अर्थात् ऐसा कब तक चलता रहेगा इसके लिए भी कुछ करना चाहिए।

इंटरपोल कब बना और किसने बनाया ?

सबसे पहले इंटरपोल की स्थापना करने के विचार को यूरोप के मोनाको के एक आयोजन में सन् 1914 में रक्खा गया। उसके बाद कुछ अन्य देशों से भी इस पर चर्चा किया गया और तब अधिकारिक रूप से इंटरपोल की स्थापना सन् 1923 में कर दि गई तथा जब इसका स्थापना हुआ तब इसका नाम “अंतर्राष्ट्रीय अपराध पुलिस आयोग” था। और इसके कुछ वर्ष बाद इसका नाम बदलकर “इंटरपोल” रख दिया गया। इसके सबसे पहले खोजकर्ता Johannes Schober हैं। अब इसके कार्य कौन – कौन से हैं उसको जान लेते हैं।

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इंटरपोल का कार्य क्या है? (Work of Interpol in hindi)

Interpol के कुछ निम्न तरह के कार्य  हैं –

  1. विश्व के सभी पुलिस को बहुत ही अच्छे तरीके से सुरक्षित करना।
  2. जिस देश का अपराधी है वहां के पुलिस को अपराधी से सम्बंधित जितने डाटा सेवाएं होती है वो सब उपलब्ध करना है।
  3. जितने भी नए प्रकार के अपराध हैं उनको और संगठित को कम करना है।
  4. आतंकवाद एवं अपराध के खिलाफ वैश्विक एकता बनाना तथा चल रहे खतरों व आने वाले खतरों का उपाय करना।
  5. साइबर अपराध से सुरक्षा प्रदान करने में इंटरपोल का अहम् भूमिका होता है।
  6. वैश्विक अपराधी जितने भी होते हैं उन सबके खिलाफ नोटिस जारी करना है।

तो अब हम ये जानते हैं की कितने तरह के नोटिस होते हैं और उनका अर्थ/मतलब क्या होता है और ऐसे कौन – कौन से अपराध हैं जो Interpol के दायरे में आतें हैं।

इंटरपोल नोटिस के बारे में जाने –

Interpol के द्वारा किन्हीं 7 प्रकार के नोटिस जारी किये जाते हैं और वो जो नोटिस होते हैं वो 7 रंग के होते हैं और सातों रंग का अर्थ अलग – अलग होता है कुछ इस प्रकार से।

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  • लाल सूचना (Red notice) –

वांछित अपराधी इसका अर्थ किसी अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए तथा उसके प्रत्यर्पण के लिए होता है।

  • पीला सूचना (Red notice) –

लापता व्यक्तिगुमशुदा व्यक्ति की जानकारी देने के लिए किया जाता है।

  • नीला सूचना (Blue notice) –

अतिरिक्त जानकारी –  किसी इंसान के बारे में अतिरिक्त सूचना का आदान-प्रदान करने के लिए।

  • काला सूचना (Black notice) –

अज्ञात लाश/शिनाख्त – जब किसी व्यक्ति की लाश का पहचान नहीं हो पता है तब यह सूचना जारी किया जाता है।

  • हरा सूचना (Green notice) –

चेतावनी – ऐसे इन्सान या अपराधी के बारे में चेतावनी देना जो पहले से ही अपराध कर चूका है और ऐसी आशंका/शक है की वो किसी अन्य देश में भी जाकर अपराध कर सकता है।

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  • नारंगी सूचना (Orange notice) –

बम की सूचना -बम से सम्बन्धित जितने भी सूचना होते वो सब दिया जाता है।

बैंगनी सूचना (Purple notice) –

अपराधी का तरीकाइसमें ये बताया जाता है की अपराधी कौन सी वस्तुओं एवं तरीको का इस्तेमाल करता है बचने के लिए और अपराध आदि करने के लिए।

और अब आप  इंटरपोल के अपराध के दायरे में आने वाले कौन हैं उसको भी जानिए।

मुख्यतः तीन प्रकार के अपराध होते हैं।

ऐसे तीन प्रकार के अपराध हैं जिस पर इंटरपोल काम करता है। जो निम्न तरह के हैं।

  • संगठित अपराध (organized crime)
  • साइबर अपराध (Cyber crime)
  • काउंटर-टेरेरिज्म (Terrorism)।

इंटरपोल के बारे में बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारियां –

  • इंटरपोल का मुख्यालय (Interpol headquarters) Lyon, France मे है।
  • इंटरपोल का अध्यक्ष (Interpol president) Kim Jong Yang हैं।
  • अगर भारत को लेकर गिना जाये तो लगभग 194 सदस्य देश हैं।
  • भारत भी सन् 1949 में इंटरपोल का सदस्य देश  बना।
  • यह एक संस्था है।

उम्मीद है आपको Interpol के बारे में सबकुछ समझ में आ गया होगा। तो आप और किसके बारे में जानकारी चाहते हैं कमेंट में बताएं।

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