Biography of Lata Mangeshkar in hindi

प्राकृतिक तरीके से इंसुलिन का उत्पादन करते हैं, यह तीन कुकिंग ऑयल जानिए, कैसे?

डायबिटीज दिन-ब-दिन एक आम समस्या होती जा रही है जो लोगों में बेहद आम है। हर दूसरे व्यक्ति को डायबिटीज की समस्या से  जूझना पढ़ रहा है जिसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। देश और दुनिया में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होती जा रही है। आपके शरीर में यह बीमारी तब बढ़ने लगती है जब पैंक्रियास इंसुलिन का उत्पादन करना बंद कर देता है या फिर कम कर देता है।

ऐसे में बॉडी को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती है और शरीर  को जल्दी थकान का अनुभव होने लगता है, डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन का उत्पादन बहुत जरूरी है। जब डायबिटीज के मरीजों में इंसुलिन का उत्पादन नहीं होता तो उनमें शुगर बढ़ने का खतरा अधिक हो जाता है। शुगर बढ़ने की वजह से शरीर के कई अंगों जैसे दिल और किडनी को नुकसान पहुंच सकता है।

डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए हमें अपनी जीवनशैली और डाइट में कुछ सुधार करने की जरूरत है।

कुछ कुकिंग ऑयल ऐसे हैं जिसका सेवन करने से शुगर बढ़ जाती है, लेकिन कुछ कुकिंग ऑयल ऐसे भी हैं जो शरीर में प्राकृतिक इंसुलिन की तरह काम करते हैं। ऐसे तीन कुकिंग ऑयल हैं जो शरीर में प्राकृतिक इंसुलिन की तरह काम करते हैं, तो आज हम इन तीन कुकिंग ऑइल्स की बात करेंगे जो हमारे शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में हमारी मदद करेगा।

जैतून का तेल

क्या आप जानते हैं जैतून का तेल एक हेल्दी ऑयल है। यह तेल औषधीय गुणों से भरा हुआ है, जिसका सेवन करने से आप डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं। जैतून के तेल में टाइरसोल नामक एक एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो इंसुलिन प्रतिरोध और डायबिटीज को कंट्रोल करने में काफी असरदार साबित होता है। आप इस तेल का इस्तेमाल अपने भोजन में सीमित मात्रा में कर सकते हैं।

केनोला तेल

टोरंटो विश्वविद्यालय के डॉक्टर ड्राइविंग जेनकिंस द्वारा की गई रिसर्च के मुताबिक कनोला तेल टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के ब्लड में जो शुगर का स्तर है उसे कंट्रोल करता है। यह तेल खराब कोलेस्ट्रोल को भी कम करने में बेहद असरदार साबित होता है। केनोला ऑयल पौधे से बनाया हुआ तेल है। इसका सेवन करने से आप शुगर के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं। केनोला ऑयल अल्फा लिनोलेनिक एसिड से भरपूर होता है यह  एसिड अखरोट, एवोकाडो और जैतून में भरपूर मात्रा में होता है।

अखरोट का तेल

अखरोट यह एक ड्राई फ्रूट के रूप में काफी इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन जो व्यक्ति अपने सेहत के प्रति सजग होता है। वह इसका तेल के रूप में भी इस्तेमाल करता है। अखरोट के तेल में ट्राइग्लिसराइड्स ओमेगा 3 फैटी एसिड और पॉलीअनसैचुरेटेड वसा भी होती है। यह सभी गुण डायबिटीज के मरीजों में इंसुलिन को बढ़ाने में काफी मददगार साबित होते हैं शोधकर्ताओं के मुताबिक अखरोट का तेल डायबिटीज को कंट्रोल करने में काफी मददगार साबित होता है। 

तेल के साथ साथ और क्या है उपयोगी- 

दालचीनी

डायबिटीज के लिए दालचीनी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आधा या एक चम्मच पिसी हुई दाल चीनी को गर्म पानी में मिलाएं और इसे रोजाना एक बार ले।

एलोवेरा

एलोवेरा भारतीय घरों में बहुत ही आसानी से मिलने वाला पौधा है हालांकि यह स्वाद में कड़वा होता है, लेकिन यह शुगर के मरीजों के लिए काफी उपयोगी है।

जामुन

जामुन और इसकी पत्तियां डायबिटीज के स्तर को कम करने में मददगार साबित होती हैं कहा जाता है कि अगर प्रतिदिन लगभग 100 ग्राम जामुन का सेवन किया जाए, तो यह डायबिटीज के स्तर में सुधार करने में सहायक होता है।

विटामिन सी

विटामिन सी त्वचा के साथ-साथ डायबिटीज के मरीजों के लिए भी अच्छा माना जाता है। हाल ही के अध्ययनों से पता चला है कि रोजाना लगभग 600 मिलीग्राम विटामिन सी का उपयोग करने से खून में शर्करा के लेवल को ठीक करने में काफी मददगार साबित हुआ है। जिन लोगों को डायबिटीज है उन्हें विटामिन सी को अपने खाद्य पदार्थ में शामिल करना चाहिए। विटामिन सी से भरपूर कुछ खाद्य पदार्थ जैसे आंवला, संतरा, टमाटर और ब्लूबेरी है ।

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