आज हम बात करेंगे मिश्र के बारे में। प्राचीन मिस्र में पिरामिड से लेकर ड्रेस, मजदूरी, ममी तक जितनी भी पुरानी चीजें इतिहास में मिली हैं, उनकी आधी या तो प्राचीन मिस्र में मिली है या फिर प्राचीन रोम में । पूरी दुनिया अजूबों और चमत्कारों से भरी पड़ी है। दुनिया में कुल आठ अजूबे है। लगभग 5000 साल पहले पुरानी मिस्र की सभ्यता के पिरामिड इन्हीं अजूबों में से एक हैं।
कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
- प्राचीन मिस्र में यदि किसी के सामने से बिल्ली गुजर जाती थी तो घर के सभी सदस्य तो शोक के लिए अपनी आइब्रोज को साफ कर देते थे।
- प्राचीन मिस्र में नौकरों को शहद में लिप्त कर दिया जाता था ताकि मधुमक्खियों को राजा से दूर रखा जा सके।
- दुनिया की पहली शांति संधि का रिकॉर्ड मिश्र के पास है।
- मिश्र सबसे ज्यादा आबादी वाला मुस्लिम देश होने के साथ-साथ नॉर्थ अफ्रीका का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश भी है, जिसका आधे से ज्यादा भाग शहरों में रहता है।
- मिस्र में दुनिया के कुल पानी का 0.6% है यहां की आबादी सबसे ज्यादा नील नदी के किनारे रहती है यहां हर साल सिर्फ 1 इंच बारिश होती है।
- प्राचीन मिस्र में करीब 1400 देवी देवताओं की पूजा होती है।
- मिस्र का राष्ट्रीय पक्षी चील है।
- सन 1882 में ब्रिटेन ने मिश्र को गुलाम बना लिया था फिर 28 फरवरी 1922 को मुश्किल से आजाद हुआ लेकिन इसने खुद का गणराज्य 18 जून 1953 को घोषित किया।
- विश्व का सबसे मशहूर पिरामिड गीज़ा पिरामिड अपने बनने के 3871 साल बाद तक दुनिया की सबसे ऊंची इमारत थी।
- शादियों में अंगूठी पहनाने की प्रथा की शुरुआत मिश्र में ही हुई थी।
- ममी बनाते समय उनका दिल नहीं निकाला जाता था क्योंकि मिस्र के लोग दिल को आत्मा का प्रतीक मानते थे।
- प्राचीन मिस्र में बिल्लियों को मारने पर सीधे मौत की सजा मिलती थी 1346 से 1353 के बीच मिस्र में महामारी फैल गई थी जिससे लगभग 40% आबादी मर गई थी।
- मिश्र पहला अरब देश है जिसने इजरायल से शांति बनाए रखने की शुरुआत की थी।
- प्राचीन मिस्र में लोग मरे हुए इंसानों को पट्टियों में लपेट ते थे जिन्हें हम ममी कहते हैं एक ममी पर 1.6 किलोमीटर लंबी पट्टी मिली है कुछ मामलों में निकोटीन और कोकीन की थोड़ी मात्रा भी मिली है।
- प्राचीन मिस्र में 30 – 30 दिन के 12 महीने होते थे आखिर के 5 दिन त्यौहार भी मनाए जाते थे ताकि साल के 365 दिन पूरे किए जा सके इन्होंने घड़ियों का भी अविष्कार कर लिया था।
- प्राचीन मिस्र में अगर कोई बौना पैदा होता था तो उसको बहुत खुशकिस्मत माना जाता था क्योंकि उसका बौना होना उसको आसानी से नौकरी दिला देता था नौकरी भी ऐसी वैसी नहीं बल्कि सोने के कारखाने में नौकरी मिलती थी।
- मिस्र के लोग ममी को टूथपिक के साथ दफनाते थे माना जाता है कि मिस्र के निवासियों ने एक तरह की टूथपेस्ट की शुरुआत की थी इससे बनने में भी बैल के खुरो का पाउडर, जले हुए अंडे की छाल और राख के मिश्रण का प्रयोग करते थे।
- मिश्र में मेकअप करना आवश्यक था यह लोग सूरमा का प्रयोग जरूर करते थे। वह मानते थे कि हरा और काला सुरमा उन्हें सूर्य की किरणों मक्खियों और हानिकारक संक्रमणों से बचाए रखता है।
- प्राचीन विश्व में जब कोई मर जाता था तब उसी के चेहरे जैसा एक मास उसे पहना दिया जाता था ताकि आत्मा को दोबारा शरीर पहचानने में आसानी हो।
- मिस्र सभ्यता के लोग बालों से बेइंतहा नफरत करते थे बालों के प्रति उनकी नफरत इतनी थी कि जितनी दो दुश्मन भी आपस में नहीं करते थे उनके मुताबिक शरीर पर बाल होना स्वस्थ के लिए हानिकारक होता है, इसलिए वह लोग शरीर से हर तरह के बाल को साफ कर देते थे मिस्र के लोगों की फोटोस में सिर पर जो बाल नजर आते हैं। वह असली नहीं बल्कि बिग हैं यह लोग भी टोपी की तरह पहनते हैं वह भी सिर्फ इसलिए ताकि सूर्य की सीधी धूप उनके सिर पर ना पड़े।
- माना जाता है कि सन 400 से 800 के बीच मिश्र के ज्यादातर लोग ईसाई धर्म के अनुयाई थे लेकिन 10 वीं सदी के मध्य में मुसलमानों की हमले के बाद बड़ी संख्या में लोगों का धर्म परिवर्तन हुआ और उन्होंने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया बाद में उनकी कॉप्टिक भाषा की जगह भी अरबी भाषा ने ले ली।
- अलेक्जेंड्रिया में जन्मी हुई क्लियोपैट्रा यूनानी परिवार में क्लोडिया से ताल्लुक रखती थी क्लियोपैट्रा कॉलोनी वंश की पहली सदस्य थी जो मिस्र की भाषा बोल सकती थी लेकिन वह मिश्र वंश की नहीं थी।
- पूरी दुनिया के विपरीत में महिलाएं जमीन खरीद सकती थी, जज बन सकती थी और अपनी वसीयत लिख सकती थी अगर महिलाएं बाहर काम करती थी, तो उन्हें समान वेतन दिया जाता था वह तलाक भी दे सकती थी और फिर से शादी भी कर सकती थी, शादी से पहले कॉन्ट्रैक्ट भी कर सकती थी जिसमें शादी में लाए गए पैसों के बारे में अपने विचार रख सकती थी।