Biography of Lata Mangeshkar in hindi

मॉनसून में हिमाचल प्रदेश के इन जगहों पर भूलकर भी ना बनाएं घूमने का प्लान।

मॉनसून का मौसम जिस प्रकार मन को खुश कर देने वाला होता है उसी प्रकार यह अपने साथ बहुत सी मुसीबतों को लेकर आता है। मानसून का मौसम बहुत ही सुहाना होता है। इस मौसम में हर तरफ हरियाली ही हरियाली नजर आती है ऐसे मौसम में हर व्यक्ति घूमने का प्लान बनाने की सोचता है, लेकिन इस मौसम में पहाड़ों वाली जगह पर घूमने का सोच रहे हैं तो रुक जाइए। यह आपको भारी पड़ सकता है, कारण ऐसी जगहों पर लैंडस्लाइड का खतरा बना रहता है। अगर आप हिमाचल प्रदेश में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आपको किन जगहों पर जाने से बचना चाहिए।

मनाली

मनाली घूमने के लिए बहुत ही खूबसूरत जगह हैं इसमें सोलंग वैली रोहतांग पास और जोगनी झरना शामिल है बहुत से लोग बारिश के मौसम में मनाली घूमने का प्लान बनाते हैं लेकिन यह खतरनाक साबित हो सकता है यहां बादल फटने और लैंडस्लाइड का खतरा हमेशा बना रहता है।

किन्नौर

किन्नौर शिमला से लगभग 235 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। किन्नौर जाने के लिए मुश्किल सड़कों से होकर गुजरना पड़ता है। किन्नौर को लैंड ऑफ गॉड के रूप में भी जाना जाता है हिमाचल में स्थित किन्नौर में भारी मात्रा में बारिश है। बारिश के मौसम में यहां अक्सर लैंडस्लाइड की खबरें आती रहती हैं, यहां बारिश की मौसम में जाने से बचना चाहिए। यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

डलहौजी

भारत में डलहौजी को मिनी स्विस के नाम से भी लोग जानते हैं। यह ऐसी जगह है, जो ठंड के समय बर्फ से ढकी रहती हैं, लेकिन मानसून के समय यहां जाना कभी भी मुसीबत को मोड़ लेने के बराबर है। डलहौजी पहुंचने के लिए बस से सफर करना होता है और यहां सड़क की एक किनारे ऊंचे ऊंचे पहाड़ हैं, तो दूसरी तरफ गहरी खाईं हिमाचल प्रदेश में स्थित डलहौजी बेहद ही खूबसूरत जगह है। बारिश में यहां जाना किसी मुसीबत से कम नहीं है। मॉनसून में यहां लैंडसाइड होने का खतरा बना रहता है इस मौसम में डलहौजी की यात्रा करने से बचना चाहिए।

धर्मशाला

यह शहर अलग-अलग ऊंचाई के साथ ऊपरी और निचले भागों में बटा हुआ है निचला डिवीजन धर्मशाला और जबकि ऊपरी डिवीजन मैकलोडगंज के नाम से जाना जाता है धर्मशाला में 130mm की बारिश होती हैं। बारिश के मौसम में आपको धर्मशाला की यात्रा से बचना चाहिए। यहां भी काफी मात्रा में बारिश होती है बारिश के मौसम में आपके लिए यह जगह आफत बन सकती है बारिश के मौसम में धर्मशाला ना जाए।

स्पीति घाटी

अगर आप स्पीति घाटी घूमने जाने की सोच रहे हैं तो यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि मॉनसून के मौसम में यहां पर भूस्खलन की समस्या बनी रहती है जुलाई के शुरुआती महीने में आप यहां घूमने आ सकते है, लेकिन इसके बाद यहां सुरक्षित यात्रा करना मुश्किल है।

कुल्लू

कुल्लू में भी काफी मात्रा में बारिश होती है जिसकी वजह से समस्याएं आती रहती हैं। बारिश के मौसम में यहां भूस्खलन की समस्या बनी रहती हैं, जिससे आप ज्यादा घूम नहीं सकते अगर आप कुल्लू की खूबसूरती देखना चाहते हैं, तो मॉनसून को छोड़कर किसी अन्य मौसम में जाए।

रोहतांग दर्रा

अगर आप रोहतांग दर्रे में घूमने की योजना बना रहे हैं, तो आपको गर्मी का मौसम शुरू होने से पहले का समय देखना चाहिए मॉनसून के समय तेज बारिश सड़कों और पहाड़ों को बेहद खतरनाक बना देती है। मॉनसून के दौरान तो पहाड़ों में यात्रा करना काफी जोखिम भरा साबित हो सकता है। बारिश के कारण अक्सर यहां पहाड़ की सड़कों पर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि बारिश की मौसम में यात्रा करना जान को दांव पर लगाने के बराबर है।

लाहौल

कहने को तो लाहौल में ज्यादा बारिश नहीं होती, लेकिन मॉनसून के मौसम में यहां की स्थिति कम खराब भी नहीं होती, क्योंकि लाहौल पहुंचने के इलाके और सड़कें पर्यटकों के योजना के बीच रोड़ा बन सकते हैं। ज्यादा तेज बारिश के साथ सड़कें और भी खतरनाक हो जाते हैं।

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