हिंदू धर्म में उपवास रखना काफी पवित्र माना जाता हैं क्योंकि धार्मिक कथाओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि उपवास करने से हम अपने देवी-देवताओं को काफी प्रसन्न कर सकते हैं इसीलिए अलग-अलग अवसर पर हिंदू धर्म के पुरुष तथा महिलाएं उपवास रखते हैं। हिंदू धर्म में एकादशी को काफी पवित्र माना जाता है क्योंकि एकादशी का अपना ही अलग महत्व हैं इसीलिए एकादशी के दिन महिलाएं तथा पुरुष दोनों ही उपवास रखते हैं।
एकादशी के दिन उपवास रखने से व्यक्ति के सभी दुख दर्द दूर हो जाते हैं और व्यक्ति ने जितने भी बुरे कर्म किए होते हैं उसको उन बुरे कर्मों से भी छुटकारा मिल पाता हैं इसीलिए एकादशी के व्रत को हिंदू धर्म में काफी पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है मगर बहुत से व्यक्ति एकादशी का व्रत तो रखते हैं लेकिन उन्हें एकादशी के व्रत को रखने की सही विधि नहीं पता होती जिसकी वजह से उनका व्रत रखने का कोई भी फायदा नहीं होता, इसीलिए अगर आप एकादशी का व्रत करना चाहते हैं तो आपको एकादशी के व्रत की सही विधि पता होनी चाहिए।
आज हमारी इस पोस्ट को पढ़ने के पश्चात आपको एकादशी के व्रत के बारे में हर एक बात जानने को मिलेगी और आपको इस बात का पता चल सकेगा कि एकादशी का व्रत किस तरह किया जाता हैं।
एकादशी के उपवास को करने की विधि (Ekadashi 2021)
अगर आप एकादशी का उपवास रखना चाहते हैं तो सबसे पहले तो आपको यह जानना जरूरी है कि दशमी के दिन आपको मांस, लहसुन, प्याज, मसूर की दाल आदि वस्तुओं का सेवन बिलकुल भी नहीं करना।
ब्रह्मचर्य का करे पालन
दशमी की रात को आपको ब्रम्हचर्य का पूरी तरह से पालन करना होता है और भोग विलास से पूरी तरह से दूर रहना पड़ता है तभी आप को व्रत का फल मिल पाता हैं।
एकादशी के व्रत में टूथब्रश ना करें
एकादशी के दिन जब आप सुबह सोकर उठते हैं तो उस समय आपको टूथब्रश बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। आप सुबह दातुन कर सकते हैं या फिर आम, नींबू या जामुन के पत्तों को चबा सकते हैं और अपनी उंगली से अपने दांतों को साफ कर सकते हैं लेकिन एक चीज याद रहे कि जो पत्ता खुद ही पेड़ से गिरा हैं आपको केवल उसी पत्ते को चबाना हैं क्योंकि एकादशी के दिन पेड़ से पत्ते को तोड़ना बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता।
स्नान करके साफ-सुथरे कपड़े पहनें
अपने मुंह की गंदगी को साफ करने के पश्चात आपको स्नान करना चाहिए और साफ-सुथरे कपड़े पहन कर मंदिर जाना चाहिए। यदि आप मंदिर नहीं जा सकते तो आप अपने घर पर भी बैठ कर पूजा कर सकते हैं और एकादशी की कथा को सुन सकते हैं।
घर में झाड़ू ना लगाएं
एकादशी के दिन आपको अपने घर में झाड़ू नहीं लगानी चाहिए, क्योंकि जब आप अपने घर में झाड़ू लगाएंगे तो उस समय आपकी झाड़ू के कारण सीटी या दूसरे सूक्ष्मजीवों की मृत्यु भी हो सकती है और आपको उनकी मृत्यु के कारण पाप लग सकता है इसीलिए एकादशी के दिन अपने घर में झाड़ू ना लगाएं।
बुरे विचारों से दूर रहें
एकादशी के दिन उपवास रखने वाले व्यक्ति को ज्यादातर शांत ही रहना चाहिए और उस दिन कोई भी ऐसी बात नहीं करनी चाहिए जो कि गलत हैं, क्योंकि उन बातों से आप पाप के भागी बन जाएंगे और आपको उपवास का फल भी नहीं मिल पाएगा।
कुछ सब्जियों का सेवन ना करें
एकादशी के दिन भूल कर भी आपको गोभी, पालक, गाजर आदि सब्जी का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
चावल का सेवन
एकादशी के दिन आपको अपने घर में चावल बिल्कुल भी नहीं बनाने चाहिए क्योंकि एकादशी के दिन चावल बनाने से आपका उपवास रखने का कोई भी फायदा नहीं होता।
उपवास में कर सकते हैं फलों का सेवन (Nirjala ekadashi 2021)
वैसे तो एकादशी के दिन जो कोई भी व्यक्ति उपवास रखना चाहता है तो उसे निर्जला उपवास रखना चाहिए। मतलब कि उसे अपने उपवास के बीच में पानी भी नहीं पीना चाहिए लेकिन यह उपवास काफी कठिन होता हैं, इसलिए आप एकादशी के उपवास में पानी भी पी सकते हैं और फलों का सेवन भी कर सकते हैं इससे आपके व्रत पर कोई भी असर नहीं पड़ेगा।
किसी के लिए भी कटु वचनों का प्रयोग ना करें
एकादशी के दिन आपको गुस्सा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए और अपने मुख से केवल मधुर वचन ही निकालने चाहिए, क्योंकि आप के मुख से निकले कटु वचन आपके व्रत को विफल कर सकते हैं।
ब्राह्मणों को दान देना भी है जरूरी
एकादशी के पश्चात द्वादशी वाले दिन आपको ब्राह्मणों को मीठी वस्तु या दक्षिणा देनी चाहिए इससे आपके घर में और भी ज्यादा सुख शांति बनी रहती हैं।