Biography of Lata Mangeshkar in hindi

ब्रेन मैपिंग टेस्ट क्या है कैसे होता है ?

Brain Mapping Test In Hindi Full Information

जैसे जैसे समय बदल रहा है समय के बदलाव के कारण भारत एवं विदेशों में साइंस एंड टेक्नोलॉजी भी काफी विकसित हो रही है l आए दिन भारत और विश्व में नए अविष्कारों एवं नई खोज से संबंधित जानकारी सुनने को मिलती हैं l यदि हम बात करें भारत की तो भारत में अलग-अलग प्रकार के अविष्कार हो रहे हैं l जिस वजह से भारत का नाम पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो रहा है l आपने काफी सारे उपकरण और खोज के बारे में पहले सुना होगा लेकिन आज हम आपको जिस गैजेट के बारे में बताने वाले हैं यह जानकारी आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाली है l

आपने बहुत बार ऐसे लोगों के बारे में सुना होगा जो चेहरे के हाव भाव देखकर व्यवहार के बारे में बता देते हैं l चेहरे को पढ़ना कुछ लोगों का हुनर होता है l भारत के साथ-साथ विदेशों में भी ऐसे लोग हैं जो चेहरे को देखकर व्यवहार के बारे में बता देते हैं l लेकिन क्या आपने ऐसा सुना है कि किसी उपकरण की सहायता से व्यक्ति के दिमाग में चल रही बातों के बारे में पता लगाया जा सकता है l

अगर आपने नहीं सुना तो आज हम आपको इसी उपकरण के बारे में बताने वाले हैं l जिस प्रकार लोगों के चेहरे को पढ़ा जा सकता है इसी प्रकार ब्रेन मैपिंग टेस्ट के माध्यम से इंसान के मस्तिष्क में चल रही क्रियाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है l आइए जानते हैं कि ब्रेन मैपिंग टेस्ट क्या है (What is a brain mapping test?) और ब्रेन मैपिंग टेस्ट करने की प्रक्रिया क्या है l इसी के साथ-साथ यह भी जानते हैं कि ब्रेन मैपिंग टेस्ट का इस्तेमाल किस लिए किया जाता है l

इस प्रकार हुई थी ब्रेन मैपिंग टेस्ट की शुरुआत

ब्रेन मैपिंग टेस्ट की सबसे पहले शुरुआत अमेरिका से मानी जाती है l अमेरिका के न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर लॉरेंस ने ब्रेन मैपिंग टेस्ट की शुरुआत अमेरिका से की थी l आपकी जानकारी के लिए बताते हैं कि सबसे पहले ब्रेन मैपिंग टेस्ट यहीं से शुरू हुआ था l लॉरेंस के द्वारा बनाए गए ब्रेन मैपिंग टेस्ट का मुख्य उद्देश्य अपराधियों के मस्तिष्क में हुई हलचल को ट्रैक करके अपराधी का पता लगाना था l

ब्रेन मैपिंग टेस्ट ( के माध्यम से अपराधी व्यक्ति पर अधीन किया जाता है l यह एक ऐसा उपकरण है जो व्यक्ति के सिर पर लगाया जाता है l आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ब्रेन मैपिंग टेस्ट में एक हेलमेट के प्रकार का एक गैजेट होता है l जिससे व्यक्ति के सिर पर लगाया जाता है l इस हेलमेट का कनेक्शन कंप्यूटर से जुड़ा हुआ होता है l

जब यह हेलमेट व्यक्ति के सर पर रखा जाता है तो यह व्यक्ति के मनोदशा एवं मस्तिष्क में चल रही उथल-पुथल को ट्रैक कर लेता है l जब मस्तिष्क में हुई हलचल को ज्ञात कर लिया जाता है तो यह पता लग जाता है कि व्यक्ति पूछे गए प्रश्नों का जवाब सही दे रहा है या गलत l ब्रेन मैपिंग टेस्ट की शुरुआत मुख्यतः अपराधी के दिमाग में चल रही हलचल के बारे में पता लगाकर मुद्दे की तहत पहुंचना था  l

इस प्रकार से करता है ब्रेन मैपिंग टेस्ट काम

जब किसी अपराधी के लिए ब्रेन मैपिंग टेस्ट की प्रक्रिया शुरू की जाती है तो सबसे पहले व्यक्ति के सर पर एक हेलमेट की तरह लगाया जाता है l यह बिल्कुल हेलमेट ही लगता है l इस हेलमेट का कनेक्शन कंप्यूटर के साथ होता है l जो भी व्यक्ति ब्रेन मैपिंग टेस्ट के माध्यम से व्यक्ति से प्रश्न पूछता है l प्रश्न पूछने के दौरान जो भी जवाब दिए जाते हैं तो सिर पर लगा हेलमेट उन सभी को और शरीर में वह दिमाग में चल रही हलचल को ट्रैक कर लेता है l

ऐसा करने से सभी इंफॉर्मेशन कंप्यूटर में चली जाती हैं और इसके पश्चात जब कंप्यूटर से जानकारी प्राप्त की जाती है तो उस व्यक्ति का ब्रेन मैपिंग टेस्ट हो जाता है l ब्रेन मैपिंग टेस्ट (brain mapping therapy) से अपराधी के बारे में जानकारी मिल जाती है l यदि कोई अपराधी किसी प्रश्न का उत्तर गलत भी दे रहा है तो वह भी ब्रेन मैपिंग टेस्ट के माध्यम से पता चल जाता है l

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बहुत सारे लोग हैं जिन पर ब्रेन मैपिंग टेस्ट किए जा चुके हैं l ब्रेन मैपिंग टेस्ट का लोग अधिकतर प्रयोग अपराधियों उचित जांच करने के लिए करते हैं l यदि व्यक्ति जरा सा भी झूठ बोलता है या फिर कुछ गलत काम करता है, तो ब्रेन मैपिंग टेस्ट के माध्यम से व्यक्ति की सारी बातों के बारे में अच्छे से जानकारी मिल जाती हैं l ब्रेन मैपिंग टेस्ट के जरिए बहुत सारे अपराधियों को सजा भी दी जा चुकी है l तो ब्रेन मैपिंग टेस्ट इसी तरह से काम करेगा जैसे हमने आपको बताया है l

इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको ब्रेन मैपिंग टेस्ट के बारे में अच्छे से जानकारी दे दी है l हम आशा करते हैं कि आपको ब्रेन मैपिंग टेस्ट के बारे में जानकारी पसंद आई होगी l ब्रेन मैपिंग टेस्ट का कार्य इसी प्रकार का है जिस प्रकार का कार्य पॉलीग्राफ उपकरण का होता है l पॉलीग्राफ उपकरण में भी इसी प्रकार से कार्य किया जाता है l परंतु पॉलीग्राफ उपकरण में व्यक्ति के शरीर को कुछ तारों के माध्यम से उपकरण के साथ जोड़कर सच और झूठ का पता लगाया जाता है l लेकिन ब्रेन मैपिंग टेस्ट में व्यक्ति के सर पर हेलमेट जैसा उपकरण रखा जाता है और व्यक्ति के मस्तिष्क में चल रही क्रिया प्रतिक्रियाओं के बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त की जाती है l ब्रेन मैपिंग टेस्ट हर व्यक्ति नहीं कर सकता है l इसके लिए एक्सपर्ट व्यक्ति की आवश्यकता होती है l

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *