लता मंगेशकर, भारत की सबसे लोकप्रिय महिला है। इन्हे अगर सुरो की देवी कहा जाये तो कम ही होगा। इनकी आवाज़ ऐसे लगती है जैसे की स्वयं माता सरस्वती विराजमान हो। लता मंगेशकर जी भारत के खास रत्नो में से एक हैं लता मंगेशकर जी का नाम गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज़ है। उन्होंने सबसे ज्यादा गाना गाकर रिकॉर्ड बनाया है। लता मंगेशकर जी ने लगभग 30 हजार गाने 20 अलग भाषाओँ में 1948 से 1987 तक गए है। अब तो यह 40 हजार पार कर चुका है।
प्रारंभिक जीवन :-
लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। इनके पिता का नाम श्री दीनानाथ मंगेशकर था जो की एक मराठी संगीतकार, शास्त्रीय गायक और थिएटर एक्टर थे। इनकी माता का नाम शेवंती देवी था। जो की मूल रूप से गुजराती थी। शेवंती देवी दीनानाथ मंगेशकर की दूसरी पत्नी थी। इनकी पहली पत्नी का नाम नर्मदा देवी थी। जिनकी मृत्यु के बाद इनकी शादी नर्मदा की छोटी बहन शेवंती देवी से हुआ। लता मंगेशकर के अलावा इनके तीन बहने और एक भाई हैं। लता मंगेशकर अपने पिता की सबसे बड़ी संतान थी।
शैक्षिक जीवन :-
वैसे तो लता मगेशकर जी को 6 विश्व विद्यालय ने डॉक्ट्रेट की डिग्री प्रदान कर रखी है लेकिन लता मंगेशकर जी ने ज्यादा पढ़ाई नहीं कर रखी है। वो केवल कुछ महीने ही स्कूल गई थी।
वैवाहिक जीवन :-
लता मंगेशकर ने कभी भी शादी नहीं की घर की जिम्मेदारिओं के चलते वह दुनियादारी में उलझ गई। संगीतकार सी रामचंद्र जी ने लता जी को शादी का प्रस्ताव दिया था परन्तु लता जी ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया।
कैरियर की शुरुआत :-
सन् 1942 में अचानक से पंडित दीनानाथ की मृत्यु हो गई थी तब लता मंगेशकर 13 वर्ष की ही थी। उनके ऊपर परिवार की सारी जिम्मेदारी आ गई। जिम्मेदारी आने के बाद लता मंगेशकर को अपने कैरियर की तलाश थी जिसके लिए उन्होंने कुछ हिंदी व मराठी फिल्मो में काम किया। लेकिन उन्हें अभिनय करना बिलकुल पसंद नहीं था। अभिनेत्री के रूप में उनकी पहली फिल्म ” पाहिली मंगलागौर “(1942) थी। 1945 में लता जी मुंबई आ गई और अमानत अलीखान से ट्रेनिंग लेने लगी।
लता जी ने 1947 में हिंदी फिल्म ‘आप की सेवा में ‘ के लिए भी एक गाना गया,लेकिन किसी ने उनको नोटिस नहीं किया। उस समय गायिका नूर जहान, शमशाद बेगम, जोहाभाई एम्ब्लेवाली का दबदबा था बस यही गायिका पूर्ण रूप से सक्रिय थी, उनकी आवाज भारी व अलग थी, उनके सामने लता जी की आवाज़ काफी पतली और दबी हुई लगती थी। 1949 में लता जी ने लगातार 4 हिट फ़िल्में दी ,इसमें से महल फिल्म का गाना ‘आएगा आनेवाला ‘ सुपर हिट हुआ और लता जीने अपने पैर हिंदी सिनेमा में जमा लिया।
मृत्यु :-
लता मंगेशकर का मुंबई के ब्रीच कंडी अस्पताल में कोरोना का इलाज चल रहा था, इनकी तबियत 5 फरवरी 2022 को रात से ही अचानक तबियत बिगड़ने लगी। जिससे उनको तुरंत ही वेंटिलेटर पर लिटाया गया लेकिन इस बार वे कोरोना की जंग को मत नहीं दे पाई। 6 फरवरी 2022 को इनका निधन हो गया
पुरस्कार :-
फ़िल्मफ़ेअर अवार्ड
गिनीज़ बुक रिकॉर्ड
पदम् भूषण
दादा साहेब फाल्के अवार्ड
फ़िल्मफ़ेअर का लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड
राजीव गाँधी पुरस्कार
एन टी आर पुरस्कार
पदम् विभूषण
भारत रत्न
नूरजहां पुरस्कार
महाराष्ट्र भूषण अवार्ड
स्टारडस्ट का लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड
जी सीने का लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड